Best 120+ New Chand Shayari in Hindi 2025

Chand Shayari
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Chand Shayari in Hindi: चाँद ने हमेशा कवियों और सपने देखने वालों को अपनी शांत चमक और बदलते चरणों से प्रेरित किया है। चाँद शायरी प्यार, लालसा और प्रशंसा की भावनाओं को खूबसूरती से पकड़ती है। चाहे वह कोमल अर्धचंद्र हो या पूर्णिमा की चमक, हर चरण एक कहानी कहता है, भावनाओं को कविता में बदल देता है।

चाँद शायरी को जो खास बनाता है, वह है इसकी सार्वभौमिक अपील। यह एक रोमांटिक अभिव्यक्ति हो सकती है, चांदनी रात पर एक भावपूर्ण प्रतिबिंब हो सकती है, या करवा चौथ जैसे अवसरों के लिए एक दिल को छू लेने वाली कविता हो सकती है। इन काव्य पंक्तियों की सादगी और सुंदरता उन्हें कालातीत बनाती है, जो सहजता से दिल को छू जाती है।

Chand Shayari

Chand Shayari
Chand Shayari

मत पूछ मेरे जागने की वजह ऐ-चाँद,
तेरी ही हमशकल है वो जो मुझे सोने नहीं देती।

Chand Shayari
Chand Shayari

रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है
चाँद पागल है अँधेरे में निकल पड़ता है !

Chand Shayari
Chand Shayari

ऐ चाँद मुझे बता तू मेरा क्या लगता है,
क्यूँ मेरे साथ सारी रात जगा करता है,
मैं तो बन बैठा हूँ दीवाना उनके प्यार में,
क्या तू भी किसी से बेपनाह मोहब्बत करता है?

Chand Shayari
Chand Shayari

मेरी वफा की गवाही तारे देते रहे
मगर मेरे चांद को ही मुझ पर यकीन ना आया।

Chand Shayari
Chand Shayari

नहीं कर सकता कोई वैज्ञानिक मेरी बराबरी,
मैं चाँद देखने साइकिल से जाया करता था!

Chand Shayari
Chand Shayari

चांद पर थोड़ा गुरूर हम भी कर लें
पर मेरी नजरें पहले महबूब से तो हटें!

Chand Shayari
Chand Shayari

मुन्तज़िर हूँ कि सितारों की जरा आँख लगे,
चाँद को छत पे बुला लूँगा इशारा करके।

Chand Shayari
Chand Shayari

काश हमारी क़िस्मत में ऐसी भी कोई शाम आ जाए
एक चाँद फ़लक पर निकला हो एक छत पर आ जाए।

Chand Shayari

तोड़कर चाँद लगा तो दूँ मैं तेरे माथे पर
आसमानों में मगर मसले खड़े हो जाएंगे !

Chand Shayari Gulzar

पूछा जो उनसे चाँद निकलता है किस तरह,
ज़ुल्फ़ों को रूख पे डाल के झटका दिया कि यूँ।

तुम जिद चाँद की करो
मै तुम्हे आईना दिखा दूंगा।

चाँद के दीदार में तुम छत पर क्या चली आई,
शहर में ईद की तारीख मुक्कमल हो गयी।

चुभती है क़ल्ब व जाँ में सितारों की रोशनी
ऐ चाँद डूब जा की तबियत उदास है !

जाओ सो जाओ सितारों तन्हा,
चाँद आज रात मसरूफ़ है कहीं।

तेरे आने से भी सज सकता था मेरे घर का आंगन,
ये जरूरी नहीं कि आसमां से चांद ही उतारा जाये।

Chand Par Shayari

एक तेरा नाम रहे मेरी जुबान पे
जैसे चांद रहता है उस आसमान पे।

बेचैन इस कदर था कि सोया न रात भर
पलकों से लिख रहा था तेरा नाम चांद पर!

हर एक रात को महताब देखने के लिए
मैं जागता हूँ तिरा ख़्वाब देखने के लिए !

उफ़्फ़ वो संगेमरमरी बदन पे सियाह शॉल।
हमने देखा है अपना चाँद काले लिबास में।

चाँद धीरे से मुस्कुराया है,
चाँद को कौन याद आया है।

कहीं चाँद राहों में खो गया कहीं चाँदनी भी भटक गई
मैं चराग़ वो भी बुझा हुआ मेरी रात कैसे चमक गई !

Shayari on Chand

तुम सितारों की बात ना करो मुझसे,
मेरे राब्ते में आजकल चाँद रहता है।

इतना खूबसूरत इत्तेफाक है
अमावस की रात है और चांद मेरे पास है।

अब चांद में भी नजर आने लगा है चेहरा उनका,
जब से इजहार-ए-मोहब्बत हुआ है उनका!

चांद की रोशनी भी लगती है अधूरी आज रात
शायद कोई ग़म है उसके दिल में भी मेरे साथ !

चांद से कह दो अपनी हदों में रहे
मेरे महबूब का सजना अभी बाकी है !

ओढ़ कर पल्लू निकली है वो धूप में,
आज पहली दफा चांद को जलते देखा है धूप में।

Chand Shayari in Hindi

आजा तुम्हे आसमान में ले चलूं,
चांद को उसकी औकात दिखानी है।

कल चौदहवीं की रात थी शब भर रहा चर्चा तिरा
कुछ ने कहा ये चांद है कुछ ने कहा चेहरा तिरा !

चांद चाहे कितनी भी रौशनी दे
हम तो सिर्फ तुम्हारी रोशिनी से ही खिलते है।

इतने घने बादल के पीछे,
कितना तन्हा होगा चांद!
कितना प्यारा होगा चांद!

मुमकिन है चाँद से हुई होगी तुमसा बेवफ़ाई
इसलिए तो सूरज में आग है।

तस्वीर बना कर तेरी आस्मां पे टांग आया हूँ
और लोग पूछते हैं आज चाँद इतना बेदाग़ कैसे है !

Chand Pe Shayari

कहां से लाऊं वो लफ्ज जो सिर्फ तुझे सुनाई दे,
दुनिया देखे चांद को, मुझे बस तू ही दिखाई दे !

चांद को देखकर पता चलता है
खूबसूरत चीज को पाना कितना मुश्किल है।

तू चाँद और मैं सितारा होता,
आसमान में एक आशियाना हमारा होता,

लोग तुम्हे दूर से देखते,
नज़दीक़ से देखने का हक़ बस हमारा होता।

वो ग़ज़ल वालों का उस्लूब समझते होंगे
चाँद कहते हैं किसे ख़ूब समझते होंगे !

वो मुझे रोज कहती थी तुम मुझे चांद ला कर दो,
उससे एक आईना देखकर अकेला छोड़ आया हूं।

मेरे हिस्से आया चांद तेरे हिस्से आए तारे,
मेरा सिर्फ तू मगर तुझे चाहने वाले कितने सारे।

Chand Shayari Love

रातों की आवारगी की आदत तो हम दोनों में थी,
अफ़सोस, चाँद को ग्रहण और मुझे इश्क़ लग गया।

तुमने खिड़की से चांद देखा था
मैंने खिड़की में चांद देखा है।

आज टूट गया गुरूर चाँद का दोस्तो,
आज मेरा चाँद छत पर नजर आया है।

चाहते तो हम भी तुम्हे एक जमाने से थे
मगर ये चांद कब मोहब्बत करने वालो का हुआ है।

उसकी आँखों में बसी चंद नमी की ख़ातिर
मैंने छोड़ा है फ़लक एक जमीं की ख़ातिर

बे-सबब मुस्कुरा रहा है चांद
कोई साजिश छुपा रहा है चांद

Chand Ke Upar Shayari

वो चाँद कह के गया था कि आज निकलेगा
तो इंतज़ार में बैठा हुआ हूँ शाम से ही मैं !

जबसे चांद को अकेला देखा है
दिल को थोड़ा सुकून सा मिला है

कभी तो आसमां से चांद उतरे, जाम हो जाए
तुम्हारे नाम की एक खूबसूरत शाम हो जाए!

जिस चाँद के हजारों हो चाहने वाले
वो क्या समझेगा एक सितारे की कमी को !

तुझको देखा तो फिर उसको ना देखा मैं
चाँद कहता रह गया मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ

है चाँद सितारों में चमक तेरे प्यार की
हर फूल से आती है महक तेरे प्यार की !

Chand Ki Shayari

सुबह हुई कि छेड़ने लगता है सूरज मुझको
कहता है बड़ा नाज़ था अपने चाँद पर, अब बोलो !

चांद को देखकर आपको याद करते हैं
तू पास नहीं, इसलिए चांद से ही बात करते हैं।

चांद से तो हर किसी को प्यार है
मैं खुशनसीब हूं कि चांद को मुझसे प्यार है!

सारी रात गुजारी हमने इसी इन्तजार में की
अब तो चाँद निकलेगा आधी रात में

शाम के साए बालिश्तों से नापे हैं
चाँद ने कितनी देर लगा दी आने में !

पूछो इस चाँद से कैसे सिसकते थे हम
उन तन्हा रातों में तकिये से लिपटकर रोते थे हम
तूने तो देखा नही छोड़ने के बाद
दिल का हर एक राज़ चाँद से कहते थे हम।

Poetry Chand Shayari 2 Line

उसके चेहरे की चमक के सामने सादा लगा
आसमान पे चांद पूरा था, मगर आधा लगा।

रोज तारों की नुमाइश में खलल पड़ता है
ये चांद है पागल जो रात में निकल पड़ता है।

सारी रात गुजारी हमने इसी इंतजार में की
अब तो चाँद निकलेगा आधी रात में !

चाँद भी हैरान, दरिया भी परेशानी में है,
अक्स किस का है कि इतनी रोशनी पानी में है।

द तो अपनी चाँदनी को ही निहारता है
उसे कहाँ खबर कोई चकोर प्यासा रह जाता है

हम थे ठहरे हुए पानी पे किसी चांद का अक्स
जिस को अच्छे भी लगे उसने भी पत्थर फेंका !

Chand Shayari 2 Line

तू बिल्कुल चांद की तरह है
नूर भी, गुरूर भी, दूर भी…!

चांद को तो चाहने वाले हैं सभी
पर देखना ये है कि चांद किस पर फिदा होता है।

कब आ रहे हो तुम एक मुलाकात के लिए
मैंने चांद रोका है सनम एक रात के लिए..!!

अभी-अभी एक टूटा तारा देखा बिलकुल मेरे जैसा था,
चाँद को कोई फर्क नहीं पड़ा बिलकुल तेरे जैसा था।

उस चाँद को बहुत गुरूर हैं कि उसके पास नूर हैं
मगर वो क्या जाने कि मेरा यार भी कोहिनूर हैं।

देखने के बाद आपको हमें होश कहां रहेगा
हम रहेंगे वहाँ जहाँ चांद हमारा रहेगा

Chand Shayari in English

Suno, chaand maante the na use,
Ab doori to sehni hi padegi.

Raat nahi hui bahut dino se mere yahan,
Mera chaand ab kisi aur shahar mein rehta hai.

Chaand ka husn bhi zameen se hai,
Chaand par chaandni nahi hoti.

Chaand banna tumhe mubarak ho,
Ghar hamara karoge kab roshan?

Ik deewaar pe chaand tika tha,
Main ye samjha tum baithe ho.

Sooraj dooba nikla chaand,
Chhat par aaya mera chaand.

Love Chand Shayari in English

Eid ka chaand tum ne dekh liya
Chaand ki Eid ho gayi hogi

Raat ke shayad ek baje hain
Sota hoga mera chaand

Dekha hilaal-e-Eid to aaya tera khayal
Woh aasmaan ka chaand hai tu mera chaand hai

Mujh ko maloom hai mehboob-parasti ka azaab
Der se chaand nikalna bhi galat lagta hai

Hum-safar ho to koi apna-sa
Chaand ke saath chaloge kab tak

Raat ko roz doob jaata hai
Chaand ko tairna sikhana hai

Chand Shayari Gulzar in English

Tera chehra kitna suhana lagta hai,
Tere aage chaand purana lagta hai!

Woh chaand hai to aks bhi paani mein aayega,
Kirdar khud ubhar ke kahani mein aayega!

Chaand se tujh ko jo de nisbat so be-insaaf hai,
Chaand ke munh par hain chhaai, tera mukhda saaf hai!

Falak pe chaand sitare nikalne hain har shab,
Sitam yahi hai nikalta nahi hamara chaand!

Bazm-e-khayal mein tire husn ki shama jal gayi,
Dard ka chaand bujh gaya hijr ki raat dhal gayi!

Raat bhar bhatka man mohabbat ke pate par,
Chaand kab sooraj mein badal gaya pata nahi!

Khubsurat Chand Par Shayari

रात भर तारीफ़ मैंने की तुम्हारे रूप की,
चाँद इतना जल गया सुनकर कि सूरज हो गया।

साथ-साथ घूमते हैं रात भर
लोग मुझे तारा और उन्हें चांद कहते हैं

न चाहकर भी मेरे लब पर ये फरियाद आ जाती है
ऐ चांद, सामने न आ, किसी की याद आ जाती है।

लुत्फ़-ए-शब-ए-मह ऐ दिल उस दम मुझे हासिल हो
इक चाँद बग़ल में हो इक चाँद मुक़ाबिल हो !

चाँद में तू नज़र आया था मुझे
मैं ने महताब नहीं देखा था

चाँद को छू लिया था हमने ज़रा सा कल
चाशनी आज तक इन उंगलियों में चिपचिपाती है !

Final Thougts

Chand Shayari आपकी गहरी भावनाओं को व्यक्त करने का एक खूबसूरत तरीका है। चाहे वह प्यार हो, चाहत हो या प्रशंसा, चाँद हमेशा से कवियों और प्रेमियों के लिए प्रेरणास्रोत रहा है। अपनी गर्लफ्रेंड के लिए रोमांटिक शायरी से लेकर करवा चौथ जैसे खास मौकों के लिए इमोशनल शायरी तक, हमें उम्मीद है कि चांद शायरी का यह संग्रह आपके दिल को छू गया होगा। इन शायरियों को अपने प्रियजनों के साथ साझा करें और चाँद के जादू को अपने करीब आने दें।

FAQs

चांद शायरी कविता का एक रूप है जिसमें प्यार, लालसा और सुंदरता जैसी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए चाँद को प्रतीक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

हाँ, चांद शायरी आपकी गर्लफ्रेंड के लिए प्यार और प्रशंसा व्यक्त करने के लिए एकदम सही है। यह रोमांटिक और दिल को छू लेने वाली होती है।

हाँ, 2-लाइन वाली चांद शायरी बहुत लोकप्रिय हैं। वे छोटी, प्यारी और याद रखने में आसान होती हैं।

हाँ, करवा चौथ के लिए खास चांद शायरी होती हैं जो प्यार और साथ के बंधन का जश्न मनाती हैं।

बिल्कुल! चांद शायरी हिंदी और अंग्रेजी दोनों में उपलब्ध है, जिससे यह सभी के लिए सुलभ है।

Om Namah Shivay! Sukhad Yatra!

Basanti Bhrahmbhatt

Basanti Brahmbhatt

Basanti Brahmbhatt is the founder of Shayaristan.net, a platform dedicated to fresh and heartfelt Hindi Shayari. With a passion for poetry and creativity, I curates soulful verses paired with beautiful images to inspire readers. Connect with me for the latest Shayari and poetic expressions.

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